अल्कोहल टेस्ट में असफल रहे पायलटों और चालक दल के सदस्यों के खिलाफ DGCA की कार्रवाई

अल्कोहल टेस्ट में असफल रहे पायलटों और चालक दल के सदस्यों के खिलाफ DGCA की कार्रवाई

अल्कोहल टेस्ट में असफल रहे पायलटों और चालक दल के सदस्यों के खिलाफ DGCA की कार्रवाई

अल्कोहल टेस्ट में असफल रहे पायलटों और चालक दल के सदस्यों के खिलाफ DGCA की कार्रवाई

डायरेक्ट्रेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने नियमों के उल्लंघन के मामले में कई पायलट और क्रू मेंबर्स के खिलाफ कार्रवाई की है. ये कार्रवाई 1 जनवरी 2022 से लेकर 30 के बीच सामने आई शिकायतों पर हुई है. जिसमें विमान चालक दल के 32 सदस्य उड़ान से पहले एल्कोहल टेस्ट (शराब के सेवन का पता लगाने के लिए जांच) में फेल हो गए. 

दूसरी बार फेल होने वाले तीन साल के लिए सस्पेंड
डीजीसीए की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, दो पायलट, चालक दल के दो सदस्यों को उड़ान से पहले ‘अल्कोहल टेस्ट’ में दूसरी बार असफल होने को लेकर तीन साल के लिए निलंबित किया गया है. वहीं बाकियों के खिलाफ भी एक्शन लिया गया है. फ्लाइट में उड़ान भरने से पहले तमाम क्रू मेंबर्स और पायलटों की जांच की जाती है, अगर कोई भी इसमें पास नहीं होता तो उसके खिलाफ शिकायत की जाती है और डीजीसीए ऐसे ही कार्रवाई करता है. 

कार्रवाई को लेकर डीजीसीए ने क्या कहा?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक बयान में कहा, ‘‘उनमें से दो पायलट और चालक दल के दो सदस्यों को तीन साल के लिए सस्पेंड किया गया है. बाकी 7 पायलट और चालक दल के 30 सदस्यों को तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया गया, क्योंकि वे पहली बार बीए (ब्रेथलाइजर) जांच में पॉजिटिव पाये गए थे. डीजीसीए ने पिछले महीने कहा था कि एयरलाइंस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके पायलट और चालक दल के सदस्यों में से 50 प्रतिशत का ‘अल्कोहल टेस्ट’ हो.

कोविड-19 महामारी के से पहले, चालक दल के सभी सदस्यों को उड़ान से पहले शराब सेवन का पता लगाने के लिए इस जांच से गुजरना पड़ता था. हालांकि जब महामारी आई, तो जांच कुछ महीनों के लिए स्थगित कर दी गई. इसके बाद, जांच फिर से शुरू की गई लेकिन चालक दल के सदस्यों के केवल एक छोटे हिस्से के लिये.